tag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post3150656436258693030..comments2023-05-07T20:49:40.257+05:30Comments on kathasrijan: अशोक आंद्रे ashok andreyhttp://www.blogger.com/profile/03418874958756221645noreply@blogger.comBlogger11125tag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-72356270773719622062016-02-22T07:06:10.629+05:302016-02-22T07:06:10.629+05:30नारी की दयनीय दशा का सजीव चित्रण और वेदना की सुन्द...नारी की दयनीय दशा का सजीव चित्रण और वेदना की सुन्दर अभिव्यक्ति प्रशंसनीय है | प्रतिक्रिया में विलम्ब के लिए खेद है | नेट की अनुपलभ्ता मुख्य कारण है | <br />प.एन.टंडन Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-9209658239633699942016-02-18T18:11:07.294+05:302016-02-18T18:11:07.294+05:30नारी संदर्भ में लिखी इस कविता में कवि की अभिव्यक्त...नारी संदर्भ में लिखी इस कविता में कवि की अभिव्यक्ति काव्यमय होते हुए भी सत्यासत्य के विराट आकाश का आभास कराती है और लगता है यह कविता नहीं बल्कि हा-हाकार करते मूक स्वरों को जबान मिल गई है। इसके अलावा पुरुष की सर्वशक्तिमान बने रहने की प्रकृति को ललकार कर कवि के संवेदन हृदय ने उसके अमानवीय व्यवहार के विरोध में बड़ी निर्भीकता से आवाज उठाई है। <br />आज यथार्थ के धरातल पर टिकी इस तरह की कविताओं की नितांत आवश्यकता है। मेरे अंतरंग को तो कविता की एक एक पंक्ति ने झंझोड़ कर रख दिया है। <br />काव्य सौंदर्य को समेटे इतनी सुंदर कविता के सृजन के लिए अशोक जी को बहुत बहुत बधाई। <br /><br />सुधाकल्पhttps://www.blogger.com/profile/14287746370522569463noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-42856578692682124292016-02-15T12:06:33.851+05:302016-02-15T12:06:33.851+05:30नारी के संघर्ष एवं पुरुष के सार्वभौमिक थोथे दंभ का...नारी के संघर्ष एवं पुरुष के सार्वभौमिक थोथे दंभ का खूबसूरत चित्रण। तिलक राज कपूरhttps://www.blogger.com/profile/03900942218081084081noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-44816062924171829722016-02-14T13:52:19.514+05:302016-02-14T13:52:19.514+05:30v.nice
बीनू भटनागर v.nice<br />बीनू भटनागर Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-66596809305801595772016-02-14T13:50:30.254+05:302016-02-14T13:50:30.254+05:30बधाई। एक सशक्त अभिव्यक्ति।
अनिलप्रभाबधाई। एक सशक्त अभिव्यक्ति।<br />अनिलप्रभाAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-13474304594990768642016-02-14T00:01:41.034+05:302016-02-14T00:01:41.034+05:30स्त्री की मनःस्थिति की भावपूर्ण और मार्मिक रचना
क...स्त्री की मनःस्थिति की भावपूर्ण और मार्मिक रचना <br />कमाल के प्रतीक <br />साधुवाद अग्रज <br />सादर Jyoti kharehttps://www.blogger.com/profile/02842512464516567466noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-53463990449712697952016-02-13T19:52:50.785+05:302016-02-13T19:52:50.785+05:30आदरणीय अशोक जी,
मैंने अभी आपकी कविता ' सिसकती...आदरणीय अशोक जी,<br />मैंने अभी आपकी कविता ' सिसकती लय पर ' पढ़ी। <br />नारी के जीवन की वास्तविकता को, उसकी हृदय व्यथा को, प्रतीकात्मक सन्दर्भ में ,<br />सिसकियों के रूप में बहुत ही मार्मिक ढंग से व्यक्त किया है आपने अपनी इस कविता में। <br />हार्दिक बधाई एवं सराहना स्वीकार करें। <br />सादर,<br />कुसुम Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-76502132198276480692016-02-12T20:34:14.436+05:302016-02-12T20:34:14.436+05:30प्रिय अशोक जी,
पुरुष की वर्चस्व की प्रकृति और नार...प्रिय अशोक जी, <br />पुरुष की वर्चस्व की प्रकृति और नारी की बेबसी को मार्मिक तरीके से काव्यात्मक स्वर दिए हैं आपने। <br />- इन्द्र सविता <br />inder deo guptahttps://www.blogger.com/profile/11098391729771677130noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-92152319584757147472016-02-12T20:26:07.940+05:302016-02-12T20:26:07.940+05:30आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (13-...आपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल शनिवार (13-02-2016) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow">"माँ सरस्वती-नैसर्गिक शृंगार" (चर्चा अंक-2251) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />चर्चा मंच पर पूरी पोस्ट नहीं दी जाती है बल्कि आपकी पोस्ट का लिंक या लिंक के साथ पोस्ट का महत्वपूर्ण अंश दिया जाता है।<br />जिससे कि पाठक उत्सुकता के साथ आपके ब्लॉग पर आपकी पूरी पोस्ट पढ़ने के लिए जाये।<br />--<br />बसन्त पंञ्चमी की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-12385664702184187562016-02-12T17:32:12.079+05:302016-02-12T17:32:12.079+05:30बहुत बढ़िया काव्याभिव्यक्ति। आपकी लेखनी का मैं मुरी...बहुत बढ़िया काव्याभिव्यक्ति। आपकी लेखनी का मैं मुरीद हूँ .PRAN SHARMAnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-4586136780480484719.post-26411675598396962912016-02-12T12:34:40.243+05:302016-02-12T12:34:40.243+05:30सार्थक प्रस्तुति सार्थक प्रस्तुति vandana guptahttps://www.blogger.com/profile/00019337362157598975noreply@blogger.com